हमारा लक्ष्य सिर्फ आँखों की रोशनी नहीं, बल्कि हरियाणा के भविष्य को उज्जवल बनाना: आरती सिंह राव

हमारा लक्ष्य सिर्फ आँखों की रोशनी नहीं, बल्कि हरियाणा के भविष्य को उज्जवल बनाना: आरती सिंह राव

चंडीगढ़, 11 जुलाई: हरियाणा की स्वास्थ्य मंत्री आरती सिंह राव ने आज गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, हिसार से उज्ज्वल दृष्टि हरियाणा अभियान का शुभारंभ किया। यह राज्यव्यापी अभियान विशेष रूप से स्कूली बच्चों को निःशुल्क चश्मे उपलब्ध कराने और 45 वर्ष से अधिक आयु के नागरिकों को निकट दृष्टि सुधार प्रदान करने के उद्देश्य से शुरू किया गया है।

स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि यह अभियान नेशनल प्रोग्राम फॉर कंट्रोल ऑफ ब्लाइंडनेस एंड विजुअल इम्पेयरमेंट के अंतर्गत संचालित किया जा रहा है, जिसके लिए राज्य सरकार द्वारा विशेष बजट प्रावधान भी किया गया है। इसके अंतर्गत 1.4 लाख से अधिक चश्मों का एक साथ वितरण किया जाएगा, जो कि राज्य के 22 जिला अस्पतालों, 50 उपमंडलीय अस्पतालों और 122 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों के माध्यम से किया जाएगा। यह देश में अपनी तरह का सबसे बड़ा और अनूठा अभियान है। उन्होंने बताया कि अभियान के अंतर्गत 14 हजार 267 राजकीय स्कूलों में पढ़ रहे लगभग 21 लाख छात्रों की आंखों की जांच की जाएगी, जिनमें से 40 हजार जरूरतमंद छात्रों को निःशुल्क चश्मे वितरित किए जाएंगे। साथ ही, 50 वर्ष से अधिक आयु के नागरिकों की मोतियाबिंद की जांच भी की जाएगी तथा आवश्यकता पड़ने पर उन्हें सरकारी या एनजीओ अस्पतालों में नि:शुल्क सर्जरी की सुविधा दी जाएगी।

यह सिर्फ आँखों की रोशनी नहीं, बल्कि हरियाणा के भविष्य को उज्ज्वल बनाने की दिशा में कदम है – आरती सिंह राव

राज्य स्तरीय उज्ज्वल दृष्टि हरियाणा अभियान के तहत विभिन्न जिलों में हो रहे कार्यक्रम से वर्चुअली जुड़ते हुए आरती सिंह राव ने कहा कि यह कार्यक्रम केवल नेत्र जांच और चश्मा वितरण तक सीमित नहीं है, बल्कि हरियाणा के नागरिकों को आत्मनिर्भर, समान और स्वस्थ समाज की ओर अग्रसर करने की एक ठोस पहल है। उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य सिर्फ आंखों की रोशनी बहाल करना नहीं, बल्कि हरियाणा के भविष्य को भी उज्ज्वल बनाना है।

कैबिनेट मंत्री ने बताया कि दृष्टि दोष, मोतियाबिंद के बाद अंधत्व का दूसरा सबसे बड़ा कारण है और समय रहते उपचार न हो तो यह स्थायी अंधत्व में बदल सकता है। इसी को ध्यान में रखते हुए यह व्यापक अभियान राष्ट्रीय स्तर पर एक मिसाल बनने जा रहा है। उन्होंने बताया कि हरियाणा देश का एकमात्र राज्य है जो कॉर्नियल अंधापन के इलाज के लिए प्राइवेट और एनजीओ अस्पतालों में निःशुल्क ट्रांसप्लांट हेतु 15 हजार रुपये की सहायता देता है। हर साल राज्य में 800 से अधिक कॉर्नियल ट्रांसप्लांट किए जा रहे हैं, जो राष्ट्रीय स्तर पर एक रिकॉर्ड है। इस उद्देश्य के लिए 22 आई डोनेशन सेंटर्स भी संचालित हैं। कैबिनेट मंत्री ने जनता से नेत्रदान के लिए आगे आने की अपील करते हुए कहा, आपका एक नेत्रदान किसी की पूरी दुनिया रोशन कर सकता है।

कैबिनेट मंत्री ने बताया कि सरकार आधुनिक उपकरण, मोबाइल मेडिकल यूनिट और टेलीमेडिसिन जैसी सेवाओं के जरिए प्रदेश की स्वास्थ्य प्रणाली को मजबूत करने के लिए लगातार काम कर रही है।

By Balwinder Singh

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